ऋषिकेश,13 मई। मुनि की रेती स्थित शत्रुघ्न घाट पर आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के दौरान द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती के आशीर्वाद से स्वामीनारायण ने भूपेंद्र मोदी को राज ऋषि की उपाधि से सुशोभित किया।
शनिवार की सुबह मुनिकीरेती शत्रुघन घाट पर शत्रुघ्न मंदिर के मंहत मनोज प्रपन्नाचार्य की अध्यक्षता में आयोजित एक सौ ब्राह्मणों द्वारा अनुष्ठान के मुख्य आचार्य गिरीश कोठियाल, नरेंद्र सकलानी, सुशील नौटियाल, सुखबीर गुंसाई , आचार्य शिव प्रसाद सेमवाल के संचालन में विश्व कल्याण, भारतवर्ष को हिंदू राष्ट्रीय बनाए जाने , और चार धाम की यात्रा को सुखमय में बनाए जाने के लिए धार्मिक अनुष्ठान के उपरांत द्वारिका के स्वामी नारायण ब्रह्मचारी और द्वारका पीठाधीश्वर स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज के शिष्य द्वारकाधीश से पहुंचे नारायण ब्रह्मचारी द्वारा विश्व धर्म एवं समाज के कल्याण के लिए भूपेंद्र मोदी को राजश्री की उपाधि से नवाजा गया।
भूपेन्द्र मोदी ने इस दौरान उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे विश्व कोअंधकर से निकालने के लिए भारत को विश्व गुरु बनाए जाने की आवश्यकता है, इसके लिए हमें अपनी शक्ति को पहचानना होगा। उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। उनका मानना था कि भारत के संविधान में संशोधन की आवश्यकता है। भारत सनातन राष्ट्र है। आदि गुरु शंकराचार्य ने भी सनातन धर्म की स्थापना के लिए पूरे विश्व की यात्रा की है। इसी उद्देश्य को लेकर इस अनुष्ठान के बाद पूरे विश्व की यात्रा की जाएगी। उन्होंने कहा कि में वर्तमान समय में राजनीति के चलते राजनीतिक दलों द्वारा देश को बांटने की बात भी कही, उन्होंने ब्राह्मणों से आह्वान किया कि वे अपनी शक्ति को पहचाने, और भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए सनातन धर्म को बचाने का आह्वान भी किया।
इस दौरान आनंद साहू पंकज भट्ट, रिया जोशी, महामंत्र दास ,रमा बल्लभ भट्ट, डा पूजा तिवारी,संजय शास्त्री, चंद्रवीर पोखरियाल, नीतिन अग्रवाल, कमल सिंह राणा,सहित काफी संख्या में शहर के गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।