ऋषिकेश 04 दिसंबर।नगर पालिका से अपग्रेड होने के बाद नगर निगम बनने पर पालिका की महापौर अनीता ममगांई द्वारा प्रारंभ की गई, गोविंद नगर में 40 वर्षों से डाले जा रहे कूड़े के ढेर से बने पहाड़ को हटाए जाने की मुहिम निगम का कार्यकाल समाप्त होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के दखल के चलते रंग लाती हुई नजर आने लगी है,। उल्लेखनीय है कि पिछले 45 वर्षों से ऋषिकेश के बीचो-बीच हरिद्वार मार्ग पर स्थित गोविंद नगर में ऋषिकेश नगर निगम का ही नहीं अपितु कूड़े को समाप्त किए जाने के लिए बनाए गए पांच स्थानों डोईवाला नरेंद्र नगर, मुनि की रेती पालिकाओं, नगर पंचायत स्वर्ग आश्रम जोक और नगर निगम ऋषिकेश का कूड़ा डंप किए जाने से कूड़े ने पहाड़ का रूप ले लिया था ।जिसे हटाए जाने के लिए स्थानीय नागरिकों द्वारा धरने प्रदर्शन भी किए गए, इसके बाद नगर निगम महापौर अनीता ममगांईं के नेतृत्व में उक्त कूड़े के पहाड़ को समाप्त किए जाने के लिए शासन स्तर पर मुहिम प्रारंभ की गई ,यहां यह भी बता दें कि महापौर के चुनावी एजेंडा में इस पहाड़ को समाप्त किए जाने का संकल्प भी लिया गया था, इसके बाद शासन स्तर पर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक स्थानीय नागरिकों ने गुहार लगाई जिसे देखते हुए शासन ने गुमानी वाला स्थित लाल बीट में कूड़ा निस्तारण किए जाने के लिए जगह का चयन किया गया। परन्तु स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के चलते नगर निगम कूड़े का निस्तारण करने में असफल रहा। जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार को फटकार लगाई इसके बाद अब नगर निगम ने लाल बीट में कूड़े के पहाड़ को समाप्त किए जाने के लिए चयन की गई भूमि पर कूड़ा निस्तारण का प्लांट लगाए जाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है, एडीएम रामजी शरण ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने भी गाइडलाइन दी है ,जिसके चलते नगर निगम यह कार्य कर रहा है वही नगर निगम के मुख्य आयुक्त राहुल गोयल ने कहा कि यह कार्य स्थानीय नागरिकों की सहमति से किया जा रहा है ,इस कार्य को करने में लगभग 5 वर्ष का समय लगेगा अभी चयनित भूमि के चारों ओर तार बाड किए जाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। आज नगर निगम ने 8 जेसीबी के माध्यम से चयनित भूमि के चारों ओर खुदाई कर तार बाड किए जाने का कार्य शुरू कर दिया है।