ऋषिकेश,25सितंबर। पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के अवसर पर स्वच्छता अभियान 4.0एवं स्वच्छता ही सेवा 2024 के अंतर्गत ‘स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता अभियान के अंतर्गत स्वच्छता जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को स्वच्छता अपनाने के प्रति जागरूक किया। रैली को परिसर के निदेशक प्रो महावीर सिंह रावत द्वारा झंडी दिखाकर रैली को विश्वविद्यालय परिसर से होते हुए मुख्य बाजार से त्रिवेणी घाट के लिए रवाना करते हुए कहा स्वच्छता अभियान को कामयाब बनाने के लिए लोगों को अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है ताकि वे अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ध्यान दें और जब प्रत्येक व्यक्ति सफाई का महत्व समझने लगेगा तो हमारे गली-मोहल्लें, गांव-शहर, प्रदेश व देश अपने आप ही स्वच्छता की ओर बढे़ंगे। रैली में साथ में चल रहे छात्र-छात्राओं के द्वारा बड़े जोर से स्वच्छता जागरूकता स्लोगन गांधी जी के सपनों का भारत हमें बनाना है, पूरा भारत स्वच्छ रहे यही हमारा नारा है। आत्मा को मैली ना करो, कूड़ा डस्टबिन में डालो, सड़क पर ना करो। स्वच्छ भारत अभियान में ले भाग, आओ भारत सुंदर बनाएं एक साथ। उत्तराखंड सरकार का इरादा, सम्पूर्ण स्वच्छता का वादा।“स्वास्थ्य ही धन है।” “स्वस्थ विकल्प, खुशहाल जीवन।”,आदि नारों से राष्ट्रीय मार्ग गूंज उठा स्वयंसेवियों का उत्साह देखते ही बनता थाऔर उनको देखने के लिए जनता की भीड उमड पड़ी स्वयंसेवियों द्वारा त्रिवेणी घाट के आसपास गंगा तत्वों की सफाई की गई त्रिवेणी घाट ऋषिकेश में नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम संयोजक एवं वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मैन्दोला द्वारा स्वयंसेवियों को त्रिवेणी घाट में स्वच्छता की शपथ दी गई उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यदि देश को स्वच्छ बनाना है तो समाज में हर व्यक्ति को अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाना होगा इस दिशा में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है आज पर्यावरण मैं प्रदूषण का मुख्य कारण प्लास्टिक है पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हमें कपड़ा, जूट, कैनवास, नायलान और कागज के बैग का इस्तेमाल सबसे अच्छा विकल्प है। सरकार को पॉलीथिन के विकल्प पेश कर रहे उद्योगों को प्रोत्साहन देना चाहिए। साथ इन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जनता में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। इसके लिए लोगों को भी अपनी आदत में बदलाव लाना चाहिए। जब भी घर से बाजार के लिए निकलें कपड़ा या जूट का बैग साथ लेकर जाएं। यानी पॉलीथिन का विकल्प ही समाधान है।स्वच्छता अभियान में 97 स्वयंसेवियों ने प्रतिभाग किया