परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2024 का शुक्रवार से होगा आगाज -75 देशों के 1200 से अधिक योग साधकों, जिज्ञासुओं और योगियों ने किया पंजीकरण -दिव्यांग व सर्वांग सभी करेंगे योग और ध्यान विश्व में हो रहे महायुद्ध में योग, आयुर्वेद, मिलट्स, उत्तराखंड की संस्कृति, हिमालय व गंगा से जोड़ने की दिव्य यात्रा
ऋषिकेश, 07 मार्च । ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में 8 मार्च से ऐसे समय में आयोजित हो रहा अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का महत्व उस समय काफी महत्वपूर्ण हो गया है जब विश्व के कई देशों में हो रहा शक्तियों के बीच महायुद्ध मैं जब विश्व शांति की खोज में लगा है, इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय उत्पाद मोटे अनाज का स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विश्व में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में भारतीय आयुर्वेद को भी जोड़ा जाएगा।
यह जानकारी गुरुवार को परमार्थ निकेतन में आयोजित परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनी सरस्वती, योग महोत्सव की संयोजक साध्वी भगवती ने पत्रकार वार्ता के दौरान देते हुए बताया किअन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश द्वारा अतुल्य भारत, पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आधिकारिक उद्घाटन 9 मार्च को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह की पावन उपस्थिति में राजनयिकों, विभूतियों और संतों के सान्निध्य में किया जायेगा।
माँ गंगा के पावन तट परमार्थ निकेतन में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशक साध्वी भगवती सरस्वती और वैश्विक परमार्थ परिवार, विश्व के अनेक देशों से आये योग जिज्ञासुओं, प्रतिभागियों और योगाचार्यों का योग की वैश्विक राजधानी ऋषिकेश में अभिनन्दन करते हैं।
परमार्थ निकेतन में प्रतिवर्ष योग की प्राचीन विधाओं के साथ अनेक नूतन विधाओं का भी समावेश किया जाता है ताकि योग महोत्सव विगत वर्षों की तुलना में और भी अधिक समृद्ध, परिवर्तनकारी और जीवन का उत्थान करने वाला हो।
-इन देशों से लेंगे भाग
इस वर्ष विश्व के 75 राष्ट्रों यथा भारत सहित, अफगानिस्तान, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बेल्जियम, बोस्निया और हेजेगोविना, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, यूनान, आइसलैंड, इंडोनेशिया, इजराइल, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, लेबनान, लिथुआनिया, मालदीव, मेक्सिको, मोरक्को, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, ओमान, पैराग्वे, पेरू, फिलीपींस, पोलैंड, कतर, सिंगापुर, स्लोवाकिया, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, ताइवान, टर्की, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, उरुग्वे, वेनेजुएला, स्पेन आदि अनेक देशों के प्रतिभागी सहभाग कर रहे है।
विश्व के 25 देशों से आये योगाचार्य मारिया एलेजांद्रा अवचरियन, टॉमी रोसेन, निखिल महाजन (सत्यानंद), स्टीवर्ट गिलक्रिस्ट, एस्ट्रिड स्लेग्टेन, जोसेफ श्मिडलिन, साने यमामोतो, बिजय आनंद, डाफ्ने त्से, एरिका कॉफमैन, गणेश राव, जय हरि सिंह, केटी बी. हैप्पी, मोहन भंडारी, रामकुमार कुट्टी, रोहिणी मनोहर, संदीप देसाई, सैंड्रा बार्न्स, संज हॉल, सुधांशु शर्मा, एलन एल्सिड, आनंद मेहरोत्रा, ईडन गोल्डमैन, गुरमुख कौर खालसा, गुरनिमित सिंह, गुरुशब्द सिंह खालसा, इरा त्रिवेदी, ल्यूक कॉटिन्हो, एमसी योगी (निकोलस), पाउला तापिया, साइमन ग्लोड, स्मिता नारम, श्री विश्वकेतु, क्लेयर मिसिंघम, जेम्स कैसिडी, एचएस अरुण, विश्वम्भर शेठ, गंगा नंदिनी, कृष्णप्रिया, कमला और जाहन्वी, आशीष गिल्होत्रा, गिल रॉन शमा, इंदु शर्मा, ईश्वर बसवारेड्डी, केसी जैन, किआ मिलर, ललिता शिवानी, मानसी गुलाटी, निशी भट्ट, पद्मा राजू, राधिका नागरथ, सीन कॉर्न, सुबोध तिवारी ,योगिराज स्वामी जयन्त सरस्वती अपनी अनुपम विधाओं से योग जिज्ञासुओं को योग के मूल और मूल्यों से जोड़ने के लिये समर्पित है। योग महोत्सव के दौरान, प्रतिभागियों को एक सप्ताह में 150 से अधिक कक्षायें यथा कुण्डलिनी योग, प्राणायाम, ध्यान, साउंड हीलिंग, प्राणायाम विन्यास, हठ योग, यिन योग, योग निद्रा, चक्र ध्यान के साथ सूर्यनमस्कार, मंत्र और ध्यान से चक्र उपचार, 5 मौलिक योग प्रवाह,, कुंडलिनी तंत्र योग, सार्वभौमिक सांस और फैबोनाची अनुक्रम, संगीत चिकित्सा, जीवमुक्ति योग, विन्यासक्रम योग, चक्र योग, योग दर्शन, कनेक्टिव हीलिंग, वैदिक ज्योतिष, नाद योग, नाडा योग, पारंपरिक हठ योग आदि योग की अनेक विधाओं का अभ्यास कराया जायेगा। साथ ही ऊर्जा नृत्य, भरतनाट्यम, लोक नृत्य कलाकार, कीर्तन, मंत्र उच्चारण, बांसुरीवादन, हारमोनियम और गिटार, तानपुरा पर गायन, भारतीय शास्त्रीय संगीत गायन, नाद योगिनी आदि अन्य विधाओं का भी अभ्यास कराया जायेगा। विख्यात आध्यात्मिक गायक पद्मश्री कैलाश खेर जी और कैलाशा बैंड, सूफी गायिका रूना रिजवी, ड्रमवादक शिवमणि आदि अन्य कलाकार अपनी अद्भुत प्रस्तुति देंगे।
शिवरात्रि के पावन अवसर पर ‘एक दुनिया, एक परिवार’ तथा ’एक चेतना एक दिव्य आत्मा’ का ध्यान व रूद्राभिषेक का दिव्य आयोजन किया गया है। परमार्थ निकेतन में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव टाइम मैगजीन, एनवाई टाइम्स, सीएनएन और कई अन्य प्रतिष्ठित प्रकाशनों में शामिल है। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2017 में लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया था और 2018 में माननीय पूर्व उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडूजी द्वारा व्यक्तिगत रूप से उद्घाटन किया गया था।
इस वर्ष महोत्सव के दौरान उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह , उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और आयुष मंत्रियों के साथ-साथ माननीय राजदूतों, राजनयिकों और अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य विभूतियाँ महोत्सव में शामिल होने की उम्मीद है।