ऋषिकेश, 21 जुलाई । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने चमोली जिले में हुई करंट दुर्घटना के साथ मणिपुर मामले में उत्तराखंड सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उचित प्लेटफार्म से जांच ना कराए जाने को लेकर सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की है ।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने चमोली जिले में हुई करंट दुर्घटना के बाद एम्स में भर्ती घायलों का हालचाल जानने के बाद उत्तराखंड सरकार और प्रधानमंत्री मोदी की ऋषिकेश में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान निंदा करते हुए कहा कि उत्तराखंड चमोली की घटना और केंद्र सरकार मणिपुर के मामले को लेकर गंभीर नहीं है, भाजपा सरकार ने चमोली की घटना को गंभीरता से ना लेते हुए इस मामले में जो एफ आई आर दर्ज की गई है, उसमें भी झोल नजर आ रहा है। क्योंकि रिपोर्ट में व्यक्ति का नाम लिखकर संयुक्त वेंचर लिखा गया है, जिससे लगता है , कि सरकार किसी को इस मामले में बचा रही है।
गोंदियाल ने कहा कि इस मामले में जवाबदेही तय की जानी चाहिए और मानवीय आधार पर इसकी निष्पक्ष रूप से जांच की जानी चाहिए, उन्होंने मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख और घायलों के परिवारों को ₹10000 की मुआवजा राशि दिए जाने की मांग भी की ,इसी के साथ उन्होंने कहा कि यदि सरकार कांग्रेस से कुछ अपेक्षा रखती है ,तो कांग्रेस इस मामले में मानवीय आधार पर पूरी तरह से निष्पक्ष रूप से मदद करने के लिए तैयार है, इसी के साथ गोंदियाल ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने मणिपुर की घटना को लेकर जिस प्रकार का बयान दिया है वह पूरी तरह से निंदनीय है, उन्होंने अन्य राज्यों का नाम तो लिया परंतु ऋषिकेश में हुए अंकिता भंडारी मामले में अभी तक पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है । कांग्रेस मांग करती है कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में की जाए।
इस अवसर पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोहित उनियाल, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह, एआईसीसी के पूर्व सदस्य जयेंद्र रमोला, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुधीर राय, मनीष शर्मा, सुधीर राय, विमला रावत, मधु मिश्रा, भगवती प्रसाद सेमवाल, ललित मिश्रा ,अशोक शर्मा ,हरि सिंह नेगी, आदि उपस्थित थे।