फ्रांस की संस्था एजिस इण्डिया के अधिकारियों ने हरिद्वार -ऋषिकेश के विकास योजना को लेकर की चर्चा -चर्चा में हरिद्वार और ऋषिकेश को स्मार्ट सिटी और कॉरिडोर परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए हुई बातचीत
UK जनादेश
May 15, 2024
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ऋषिकेश, 15 मई।फ्रांस मूल की सलाहकार संस्था एजिस इण्डिया के अधिकारियों ने हरिद्वार -ऋषिकेश के विकास योजना के तहत स्मार्ट सिटी और कॉरिडोर परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए विभिन्न सस्थाओं से चर्चा करना प्रारंभ कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि भविष्य में हरिद्वार ऋषिकेश में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए
उत्तराखंड राज्य अव संरचना एवं निवेश विकास निगम ने एकीकृत विकास योजना के तहत स्मार्ट सिटी और हरिद्वार ऋषिकेश कॉरिडोर परियोजना को धरातल पर उतारना है।
जिसके चलते फ्रांस मूल की सलाहकार संस्था एजिस इण्डिया के अधिकारियों ने जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला गंगासुरक्षा समिति के नामित सदस्य एवं ऋषिकेश नगर निगम के ब्राण्ड एम्बेस्डर पर्यावरण विनोद जुगलान से उनके निवास पर भेंटकर विकास योजना के सन्दर्भ में चर्चा की।
जुगलान ने बताया कि अनौपचारिक बैठक में कुल आठ बिन्दुओ पर सकारात्मक वार्ता हुई।उन्होंने कहा कि तीर्थ नगरी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए उन्होंने जो सुझाव दिए वह उनके निजी विचार हैं।जिनमें यातायात,पार्किंग नए वैकल्पिक मार्गों के विकास के साथ साथ स्थानीय लोगों की समस्याओं पर भी समस्याओं के समाधान पर चर्चा की गई है।साथ ही उन्होंने कहा कि इस परिपेक्ष में स्थानीय सामाजिक व्यापारिक संगठनों एवं आश्रम संचालकों के साथ भी बैठक कर विस्तार से उनके सुझाव लिए जाएँ।जिन पर सलाहकार संस्था एजिस इण्डिया के टीम लीडर निशीथ श्रीवास्तव ने पूर्ण सहमति जताई।जुगलान ने कहा कि तीर्थ नगरी की पहचान माँ गंगाजी से है। श्रद्धालु और पर्यटक यहाँ गंगा को लेकर ही आते हैं।स्मार्ट सिटी विकसित किये जाने के साथ साथ यहाँ परियोजनाओं को विकसित करने से पूर्व गंगा जी के अध्ययन पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि यह प्रथम दौर की बैठक थी।अगली बैठक में योजनाओं के क्रियान्वयन से पूर्व संस्था के यातायात विशेषज्ञों के साथ नए मार्गों के विकास और उनकी बाधाओं पर चर्चा होगी।एक सार्वजनिक बैठक सरकारी,गैरसरकारी अधिकारियों एवं सामाजिक संगठनों के साथ ऋषिकेश में किये जाने का भी सुझाव दिया गया है।
गौरतलब है कि ऋषिकेश में पर्यटकों को हर दिन जाम से दो चार होने के साथ साथ पार्किंग की समस्या भी झेलनी पड़ती है।जुगलान ने कहा कि जिन मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की गई वे सुझाव पहले भी उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी देहरादून को प्रेषित किये गए हैं।आने वाले तीस वर्षों की आबादी को ध्यान में रखकर ही योजना के निर्माण का सुझाव दिया गया है।इससे नए मार्गों के विकसित किये जाने के साथ ही हरिद्वार ऋषिकेश एलिवेटेड रोड़ सहित रोड़ ओवरब्रिज के प्रस्ताव भी शामिल हैं।बैठक में एजिस इंडिया के टीम लीडर (अर्बन) निशीथ श्रीवास्तव, उपमहाप्रबंधक सुलभ गोयल,प्रोजेक्ट प्लानर उत्कर्ष पाण्डेय,अमृतम जुगलान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।