ऋषिकेश, 18 मार्च । भारत सरकार के चुनाव आयोग द्वारा वर्ष 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव को निष्पक्ष रूप से करवाए जाने के लिए जारी किए गए चुनावी कैलेंडर के बाद पहले चरण में उत्तराखंड में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के बाद उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 4 जून को सुनाए जाने की तैयारी को लेकर पूरे उत्तराखंड में जहां आचार संहिता प्रभावी हो गई है। वही निर्वाचन अधिकारी ने भी सभी दलों के प्रतिनिधियों को आचार संहिता का शक्ति से पालन किए जाने के निर्देश दिए हैं। जिसके उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है,आचार संहिता लागू होने पर हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में नगर निगम, नगर पंचायत क्षेत्र में टीमें सक्रिय हो गई है। जिन्होंने सार्वजनिक स्थान गली मोहल्लों में लगे राजनीतिक पार्टियों के होर्डिंग्स और बैनर उतरवा दिए हैं। इस दौरान पुलिस ने नगर के लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि नगर के किसी भी व्यक्ति ने या किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने आचार संहिता का उल्लंघन करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, इसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र के नोडल अधिकारी चंद्रप्रकाश भट्ट ने बताया कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के लागू होते ही ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत लगे सभी होल्डिंग और बैनरों को उतरवा दिया है जिसके लिए नगर के सभी लोगों को सचेत भी कर दिया गया है।
उत्तराखंड की पांच लोकसभा में से हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में इस बार सबसे अधिक महिला मतदाताओं की संख्या है जिनकी संख्या 107870 बताई गई है, जिसके चलते पांच वर्षों में सबसे अधिक मतदाता इसी लोकसभा में बढे हैं, वर्ष 2024 तक बढ़ गए मतदाताओं की संख्या 1961 03 है जबकि 2019 में 1835 539 वोट इस लोकसभा क्षेत्र में थे। जिनकी संख्या बढ़कर अब 20 31 632 हो गई है। जहां
-20 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी और 19 अप्रैल को चुनाव, 4 जून को आएंगे नतीजे
हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में 14 विधानसभा क्षेत्र है, जिसमें भाजपा के पास मात्र 6 विधानसभा क्षेत्र है, जबकि अन्य 8 विधानसभा कांग्रेस के पास है दो बसपा और एक निर्दलीय विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। भाजपा ने हरिद्वार में भी भारी बदलाव किए हैं, दो बार के सांसद रहे रमेश पोखरियाल निशंक की जगह अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर दांव लगाया गया है परिसीमन के बाद इस लोकसभा क्षेत्र का भी राजनीतिक मिजाज बदल गया है यहां आने वाले ऋषिकेश, धर्मपुर और डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में पहाड़ी मतदाता निर्णायक माने जाते हैं। जहां भाजपा खुद को सहज महसूस करती है जबकि हरिद्वार की मैदानी सीटों पर अल्पसंख्यक और दलित मतदाता बड़ा फैक्टर माने जाते हैं। इस वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा कांग्रेस के अलावा सपा, बसपा और निर्दलीय भी जोर अजमाइश करेंगे, कांग्रेस अभी तक यहां अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पाई है ,जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी इस सीट पर अपने लड़के को लेकर प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं।
इस सीट पर चुनाव आयोग द्वारा मतदाताओं की सुविधा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, अति दिव्यांग और अती बुजुर्ग लोगों के अनुरोध पर टीम उनके घर जाकर मतदान करवाएंगी, इस दौरान आचार संहिता के चलते बिना अनुमति के कोई भी राजनीतिक धार्मिक संस्था द्वारा सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन चुनाव के दौरान नहीं किया जाएगा जो इसका पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिसकी निगरानी के लिए चुनाव आयोग का सचल दल चुनाव में किसी भी प्रकार के प्रलोभन को प्रतिबंधित करने के लिए काम करेंगे ,इसके अलावा सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का पालन करना सुनिश्चित करेंगे।