ऋषिकेश, 13 सितंबर। अखिलभारतीय कायस्थ महासभा द्वारा हिन्दुस्तान के ऋषिकेश में पहली बार भगवान चित्रगुप्त की कथा का आयोजन परमार्थ निकेतन के घाट पर आयोजित की जा रही है।
यह जानकारी लक्ष्मण झूला मार्ग पर स्थित कबीर चौरा आश्रम में महेंद्र कपिल मुनि और कायस्थ महासभा के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से पत्रकारों को देते हुए बताया कि
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, उत्तराखंड द्वारा हिंदुस्तान में पहली बार आराध्य भगवान चित्रगुप्त की कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसका श्रवण स्वामी सच्चिदानंद महाराज द्वारा व्यास पीठ से कराया जाएगा, जो कि न्याय के देवता भगवान चित्रगुप्त की यह कथा देवनगरी ऋषिकेश में गंगा तट पर स्थित परमार्थ निकेतन में आयोजित होगी। यह कथा 15 सितंबर को सुबह 09 बजे से प्रारंभ होगी। कथा से पूर्व पूरे देश से आ रहे, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पदाधिकारियों की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय की अध्यक्षता में आहूत की गई है जिसे कबीर चौरा आश्रम में 14 सितंबर को किया जाएगा। इस कथा में तैंतीस कोटि देवताओं के समूह में भगवान चित्रगुप्त की महिमा का व्याख्यान धर्मगुरु और विद्वतजनों द्वारा किया जायेगा।
देवभूमि उत्तराखंड के ऋषिकेश में आयोजित भगवान चित्रगुप्त कथा में देश ही नहीं विदेशों से भी लोग प्रतिभाग कर रहे है। इस आयोजन में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती , काशी से हरिश्चंद्र घाट के अवधूत उग्रचण्डेश्वर कपाली बाबा , श्री चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी सच्चिदानंद पशुपति , कवीर चौरा आश्रम के पीठाधीश्वर कपिल मुनि महाराज व श्री नरसिंह कृपाधाम के अध्यक्ष आचार्य शशिकांत, आर के सिन्हा मुख्य रूप से मौजूद होंगे । कथा के दौरान सभी समाज के लोग सपरिवार इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हो कर आध्यात्मिक पावन पल के साक्षी बनेंगे । जिसमें कायस्थ समाज के ऐतिहासिक पहलू को भी वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा।
इस अवसर पर राजेश कुमार, प्रभात श्रीवास्तव, कपिल मुनि, डॉ विनोद श्रीवास्तव, रवीश शरण, कमल भटनागर, सुशील सक्सेना, विवेक श्रीवास्तव, डा इंद्रसेन श्रीवास्तव, भी उपस्थित थे।