ऋषिकेश 18 मार्च। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हरिद्वार के पर्यावरण विभाग द्वारा आयोजित अभ्यास वर्ग के दौरान पर्यावरण को बचाने के लिए महिलाओं के योगदान को बहुत महत्वपूर्ण बताया ।
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, ऋषिकेश में पर्यावरण गतिविधि पर अभ्यास वर्ग का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ
सरस्वती पूजन, पौधा पूजन एवं शांति पाठ के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन पर्यावरण गतिविधि के हरिद्वार विभाग संयोजक दिनेश बिष्ट ने किया।
जिसके प्रथम सत्र में गतिविधि के प्रांत सह संयोजक चंदन बिष्ट ने पर्यावरण गतिविधि के प्रारंभ से अब तक की सफल यात्रा के साथ “पर्यावरण संरक्षण क्यों और कैसे” पर विषय रखा। उन्होने गतिविधि के सभी कार्य विभाग एवं उपक्रमों पर उन्होंने कंपोस्ट खाद, मिट्टी के संरक्षण आदि पर दिए गए सम्मेलन में विशेष रूप से प्रकाश डाला
दूसरे सत्र में देहरादून महानगर (उत्तर) संयोजक एवं प्रांत टोली जल प्रमुख डॉ भवतोष शर्मा ने “जल संरक्षण, जैविक, अजैविक कचरा प्रबंधन, पेड़ उपक्रम, हरित घर, हरित मिलन, इको मित्रम मोबाइल ऐप्लिकेशन” आदि पर विस्तार से विचार व्यक्त किये।
तृतीय सत्र में नारी शक्ति प्रमुख डॉ सविता मोहन बहिन अवकाश प्राप्त पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक ने “पर्यावरण संरक्षण में मातृ शक्ति की भूमिका” विषय पर बोलते हुए भारत एवं अन्य देशों के पर्यावरण विषयक अनुभव साझा किए। उन्होंने इस कार्य में महिलाओं के योगदान को बहुत जरूरी बताया। वहीं बलवीर , नगर पर्यावरण संयोजक, डोईवाला नगर ने पॉलीथिन से होने वाले हानिकारक प्रभाव तथा इको ब्रिक पर विषय रखा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ऋषिकेश के जिला संघचालक राजेन्द्र बडोनी ने वर्ग में बताये गये कार्यों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
सत्र में पांच टोलियों का गठन कर आम जन में पर्यावरण संरक्षण जागरुकता हेतु ऋषिकेश की अलग अलग कालोनियों जिसमें मलिन बस्तियों सहित 30 घरों में पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम को विस्तार से बताया गया तथा इस मुहिम को आसपास के कम से कम 10 घरों में आगे बढ़ाने का आग्रह किया गया। कुछ घरों में पहले से चल रहे इस तरह के प्रयासों को भी देखा तथा अनुभव प्राप्त किया। बच्चों एवं युवाओं में बहुत जोश देखा गया। कार्यक्रम में ऋषिकेश, हरिद्वार, रूड़की से 50 से अधिक पर्यावरण प्रहरी/प्रेमी उपस्थित रहे। कुल 100 से अधिक लोगों से सीधे संपर्क द्वारा पर्यावरण संरक्षण कार्य को आगे बढ़ाने हेतु आग्रह किया गया।
समापन सत्र में अनुभव साझा किए गए कार्यक्रम में ऋषिकेश नगर संयोजक गिरीश सकलानी ने विशेष सहयोग प्रदान किया।