ऋषिकेश 29 फरवरी। उत्तराखण्ड की अनोखी परम्परा लिंगवास पर बनी गढ़वाली फीचर फिल्म पितृकुडा कल (1 मार्च) ऋषिकेश के रामा पैलेस में रिलीज हो रही है। बृहस्पतिवार को आईएसबीटी स्थित ऋषिकेश प्रेस क्लब में फिल्म का ऑफिशियल पोस्टर लांच किया गया । इससे पूर्व मसूरी और देहरादून में एक माह तक चली फिल्म ने भारी लोकप्रियता हासिल की है। फिल्म के बारे में आज यहाँ पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए फिल्म के निर्देशक प्रदीप भण्डारी ने बताया कि पितृकुडा फिल्म परिवार के भावनात्मक रिश्तों पर बनी बहुत मार्मिक फिल्म है जो बड़े बुजर्गो के प्रति प्रेम और पहाड़ में मौजूद अपनी मूल जड़ों से जुड़े रहने के लिए दर्शकों के दिलों को छूती है। सिल्वर स्क्रीन पर पहली बार लोगों को पितृकुडा संरकार के रूप में प्रदेश की अद्भुत संस्कृति के दर्शन होंगे। फिल्म में जर्बदस्त एक्शन थ्रिलर, रोमांच, हास्य और मधुर गीत संगीत है। फिल्म दादा दादी और पोता पोती से लेकर प्रत्येक उम्र के दर्शक को मंत्रमुग्ध करेगी। फिल्म के गीत लोगों की जुबान पर छाने लगे हैं। फिल्म में नेपाली व्यक्ति का रहस्यमयी किरदार दर्शकों को बहुत रोमांचित करेगा। उन्होने बताया कि फिल्म में सभी मंजे हुए कलाकारों ने काम किया है। लोकशन और बैंक ग्राउण्ड म्युजिक तथा गीत संगीत श्रेष्ट और कर्णप्रिय रखा गया है। फिल्म की शूटिंग दूंगमंधार प्रतापनगर, मसूरी, टिहरी, देहरादून, नैनीताल, चोपता आदि रमणीक स्थलों पर हुई है। इस अवसर पर फिल्म के सहायक निर्देशक विजय भारती ने बताया कि आंचलिक संस्कृति और सिनेमा को सबल बनाने, जनमानस को दिखाने के लिए यह फिल्म ऋषिकेश स्थित सिनेमा घर में रिलीज की ज रही है बताते चले पर्वतीय बिगुल फिल्म्स के बैनर पर बनी फिल्म पितृकुड़ा के लेखक एवं निर्देशक प्रदीप भण्डारी,कमलेश भडारी, हैं। डीओपी एवं एडीटर नागेन्द्र प्रसाद तथा सहायक निर्देशक विजय भारती हैं। फिल्म का बैक ग्राउण्ड म्युजिक, डबिंग और फॉली युवा संगीतकार आशीष पन्त एवं साथियों ने तैयार किया है। फिल्म बनने में 2 साल से अधिक का समय लगा है। फिल्म के मुख्य कलाकारों में हैं राजेश जोशी, पदम गुसांई, प्रदीप भण्डारी, शुभ चन्द्रा, शिवानी भण्डारी, सुषमा व्यास, कोमल नेगी राणा, आयुषी जुयाल, बौनीता नेगी, अनामिका राज, गोकुल पंवार, गम्भीर जयाड़ा, बृजेश भट्ट, रवि नेगी, दीपक रावत, शिव कुमार, आर. पी. बडोनी आदि हैं। पूरी फिल्म में 4गीतों को फिल्माया गया है । फिल्म के गीतों को तीन प्रमुख संगीतकारों ने संगीत दिया है जिनमें संजय कुमोला, अमित वी. कपूर, सुमित गुसांई। जबकि गीतों को स्वरों से सजाया है जितेन्द्र पवार, पदम गुसांई, संजय कुमोला, प्रीती काला प्रेरणा भण्डारी नेगी, रवि गुसांई और राजलक्ष्मी ने दिया है। इस अवसर पर फिल्म के निर्माता निर्देशक प्रदीप भंडारी, सह निर्देशक कमलेश भंडारी, विजय भाटी, गम्भीर जयाडा, जगदीश कंडवाल, जितेंद्र भट्ट आदि मौजूद थे