ऋषिकेश,0 1 मई । पिछले कई दिनों से केदारनाथ ओर बद्रीनाथ में हो रही, और वर्षा के कारण चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के कदम डगमगा गए हैं। जिसके कारण ऋषिकेश में भी यात्रियों की संख्या काफी घट गई है।
अपर आयुक्त प्रशासन नरेंद्र सिंह क्यूरियाल ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा केदारनाथ सहित अन्य धामों में हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते येलो अलर्ट जारी कर दिया है। जिसके चलते फिलहाल 3 मई तक केदारनाथ का पंजीकरण रोक दिया गया है। उनका कहना था कि यदि इसी प्रकार बर्फबारी होती रही तो इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
वहीं चार धाम जाने वाले यात्रियों का पंजीकरण कर रहे, एथिक्स कंपनी के प्रभारी प्रेम अनंत ने कहा कि उनकी कंपनी द्वारा केदारनाथ को छोड़कर बद्रीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है। जिनके द्वारा हरिद्वार ऋषिकेश, बड़कोट ,जान की चट्टी, हिना , गंगोत्री , सोनप्रयाग, केदारनाथ, पांडुकेश्वर, गोविंदघाट और बद्रीनाथ में पंजीकरण की प्रक्रिया के लिए कार्यालय खोले गए हैं।इसी के साथ बद्रीनाथ में दर्शन करने वाली यात्रियों के लिए टोकन की व्यवस्था भी की गई है, जिससे किसी यात्री को यात्रा करने में परेशानी का सामना न करना पड़े, उनका कहना था कि जब से केदारनाथ का रजिस्ट्रेशन रोका गया है ,तबसे यात्री असमंजस की स्थिति में है। अब हालात यह है कि यात्रा पर जाने वाले यात्रियों में अधिकांश साधु संत ही अपना पंजीकरण करवा रहे हैं।
उत्तराखंड परिवहन विभाग के परिवर्तन अधिकारी मोहित कोठारी ने बताया कि चारों धामों में जाने वाले यात्रियों के वाहनों की चेकिंग किए जाने के साथ विभाग की ओर से ग्रीन कार्ड जारी किए जा रहे हैं। जिनकी चेकिंग के बाद ही यात्रा पर वाहनों को भेजा जा रहा है, इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है।
बर्फबारी और बारिश के कारण यात्रियों की संख्या में पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी कमी नजर आ रही है। जिसके कारण ऋषिकेश में वाहन स्वामियों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रहीं है।
संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने कहा कि पिछले साल यात्रा प्रारंभ होने के 1 हफ्ते तक यात्रियों का काफी जमावड़ा रहा है, लेकिन इस वर्ष अभी तक यात्रियों में उस प्रकार का उत्साह नजर नहीं आ रहा है, उन्हें आशा है कि यह यात्रा 10 मई के बाद गति पकड़ेगी, जिसका कारण उन्होंने 5 मई के बाद स्कूलों में छुट्टी का होना भी बताया है।