
ऋषिकेश 29 दिसंबर । उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने कहा कि भूकानून को लेकर उत्तराखंड की जनता में जो गुस्सा दिखाई दे रहा है, वह स्वाभाविक ही था, जिसका कारण राष्ट्रीय दलों कांग्रेस और भाजपा द्वारा लोगों की भावनाओं को आहत किया जाना है। यह बात शुक्रवार को त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने ऋषिकेश में आयोजित प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं, उन्होंने कहा कि राज्य की जनता का भू कानून की मांग किया जाना समय के अनुसार आवश्यक हो गया है। जिनकी भावना उत्तराखंड में वर्ष 1950 से रह रहे ,सभी वर्गों के लोगों को उनके अधिकारों को दिलाया जाना है। उन्होंने कहा कि 14 जनवरी उत्तरायणी मेले में को स्थाई निवास की प्रति को बागेश्वर की नदी में बहा कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा इसी के साथ उनका कहना था कि उत्तराखंड में जो पहले औद्योगिक धंधे थे, उन्हें जमीनों का आवंटन किया गया था परन्तु सरकार की पॉलिसी के कारण अपने औद्योगिक धंधों को बंद करना पड़ा ।उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जब यह सरकार में थी, तब उन्होंने भू कानून की और कोई ध्यान नहीं दिया अब लोकसभा के चुनाव को देखते हुए वह राज्य में नौटंकी कर रही है ।पंवार ने कहा कि वह उत्तराखंड की जनता के हित में जमीनों के स्वामित्व का अधिकार दिए जाने और भू कानून बनाए जाने की मांग को लेकर 1 जनवरी से ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन आंदोलन करेगी ।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ने राज्य आंदोलन की लड़ाई सभी के सहयोग से लड़ी है, परंतु आज सरकारों की नीतियों के कारण मैदानी क्षेत्र से पलायंकर लोग की जनसंख्या उत्तराखंड में आकर बढ़ गई हैं, जिसके कारण उत्तराखंड वासियों का हित आडे आ रहा है, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने अपनी वोटो की राजनीति को भी उत्तराखंड में बोर्ड पढ़कर अपनी राजनीति को ही चमकाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल सर्वधर्म समभाव के तहत सभी के हीतों की लड़ाई लड़ रहा है। जो की मूल निवास प्रमाण पत्र देने की मांग करता रहा है, अभी तक की सरकारों ने अस्थाई मूल निवास प्रमाण पत्र दिया है। जबकि वर्ष 2013 में उत्तराखंड क्रांति दल हाई कोर्ट की डबल बेंच में इस मुद्दे को लेकर गया था। पंवार ने कहा कि वह जनता की मांगों को लेकर एक बार फिर जनता के बीच जाऐगी। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष मोहन सिंह असवाल ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल राज्य स्थापना के बाद से ही प्रदेश में स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाए जाने की मांग करता आ रहा है इसी के साथ क्रांति दल ने राज्य में सख्त कानून मूल निवास प्रमाण प्रमाण पत्र परिसीमन चकबंदी के साथ स्थाई राजधानी गैर सैण को बनाए जाने की मांग की थी परंतु वर्तमान सरकार द्वारा उत्तराखंड की जनता के अधिकारों को छेड़ जाने का कार्य किया गया है जबकि क्रांति दल ने मूल निवास की कट ऑफ तारीख वर्ष 1950 लागू किए जाने के साथ समान नागरिकता कानून लागू किए जाने की मांग की गई थी जो कि इन सरकार द्वारा नहीं किया गया है। पत्रकार वार्ता में
त्रिवेंद्र सिंह पंवार, मोहन सिंह असवाल, युद्धवीर सिंह, महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र नौटियाल, जिला अध्यक्ष पुष्पा नेगी, देवराम सेमवाल मुकेश पाठक,भगवान सिंह पवार, सहित अन्य लोग भी उपस्थिति थे।