ऋषिकेश 27 अप्रैल। कैंसर से पीड़ित गंभीर मरीजों के इलाज के उपचार के लिए गुजरात की विख्यात संस्था प्रयास फाउंडेशन ने तीर्थ नगरी के तपोवन स्थित क्रियाशील योग आश्रम में कैंसर के हॉस्पिटल का शुभारंभ कर दिया है।
गुरुवार को कैंसर हॉस्पिटल का उद्घाटन मुनिकीरेती स्थित शत्रुघ्न मंदिर के मंहत मनोज प्रपन्नाचार्य उर्फ मनोज द्विवेदी, क्रियाशील योग आश्रम के स्वामी सत्यमित्रानंद एवं प्रयास फाउंडेशन की संस्थापक डॉक्टर श्रुति शाह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस दौरान मनोज द्विवेदी ने कहा कि ऋषिकेश क्षेत्र में कैंसर जैसी बीमारियों से निजात पाने के लिए इस प्रकार के हॉस्पिटल की आवश्यकता थी, क्योंकि ऋषिकेश गढ़वाल का मुख्य द्वार ही नहीं अपितु चारों धामों से आने वाले यात्रियों के लिए प्रमुख स्थान भी है, यहां अब कैंसर की बीमारियों का भी इलाज हो सकेगा, वही डॉक्टर श्रुति शाह ने बताया कि उनकी संस्था प्रयास फाउंडेशन के माध्यम से देश के कई राज्यों में इस प्रकार के हॉस्पिटल चला रही है ।यह हॉस्पिटल ही नहीं अपितु रिसर्च सेंटर भी है ,जहां कैंसर के अतिरिक्त अन्य बीमारियों का भी उपचार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा से कैंसर की बीमारी को समाप्त किया जा सकता है ,जिसके कारण होम्योपैथिक चिकित्सा एलोपैथिक चिकित्सा से ज्यादा कारगर चिकित्सा साबित हो रही है ,लेकिन यह बात जरूर है कि होम्योपैथिक चिकित्सा धीमी गति का इलाज है ।परंतु यह चिकित्सा किसी भी बीमारी को समाप्त करने में काफी कारगर साबित हुई है।
डॉ श्रुति शाह और डॉक्टर रितेश जैन ने कहा कि लोगों में कैंसर से पीड़ित मरीजों की संख्या लाखों में है , परंतु कैंसर को लेकर काफी भ्रांतियां भी फैली है। होम्योपैथिक के माध्यम से यदि मरीज का उपचार किया जाए तो इसे समाप्त किया जा सकता है, जिसे देखते हुए उनकी संस्था ने प्रयास फाउंडेशन संस्था के माध्यम से ऋषिकेश में बद्रीनाथ मार्ग तपोवन स्थित क्रिया योग आश्रम में होम्योपैथी एंड स्पेशलिटी कैंसर केयर क्लीनिक कि शुरुआत किए जाने का निर्णय लिया है।
डा. श्रुति शाह ने कहा कि उनकी संस्था द्वारा कैंसर के मरीजों को दी जाने वाली उच्च कोटि की दवाइयों का इस्तेमाल किया जाएगा, वह अपनी संस्था में मरीजों को दवाइयां ही नहीं देंगे अपितु उनका उपचार किए जाने के साथ बीमारी पर अनुसंधान भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था द्वारा मरीजों का प्रत्येक गुरुवार को निशुल्क उपचार किया जाएगा।
उनका कहना था कि उनकी संस्था की ओर से देश के पांच स्थानों गुजरात के भावनगर अहमदाबाद बंगाल में कोलकाता के ठाकुरनगर महाराष्ट्र के अमरावती, के अतिरिक्त फिलीपींस मैं भी इस प्रकार के सेंटर खोले गए हैं। उन्होंने उत्तराखंड में भी अपनी सेवा देने के उद्देश्य को लेकर ऋषिकेश को चुना है।
उनका मानना था कि कैंसर के रोगियों को इस प्रकार की बीमारियों से डरने की आवश्यकता नहीं है।
इस अवसर पर डॉक्टर रितेश जॉनी , जरना द्विवेदी, सुलोचना देवी ,दिवाकर चौबे सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।