ऋषिकेश, 20 अक्टूबर।भैरव सेना के कार्यकर्ताओं ने हिन्दू धार्मिक मेलों में अवैध धार्मिक घुसपैठ का आरोप लगाते हुए ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट चौराहे पर पालिकाध्यक्ष नरेंद्र नगर तथा आयोजक मंडल का पुतला दहन कर उग्र नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करने के उपरांत भद्रकाली में उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर को ज्ञापन दिया।
शुक्रवार को त्रिवेणी घाट पर आयोजित भैरव सेवा के जिला अध्यक्ष सतीश जोशी के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में सम्मिलित संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदर्शन के बावजूद यदि 21 अकटूबर को सूफी कव्वाल का कार्यक्रम हुआ, तो भैरव सेना संगठन के कार्यकर्ता अन्य हिन्दू संगठनों सहित नरेन्द्र नगर में आयोजित “सिद्धपीठ माँ श्री कुन्जापुरी मेला 2023” के कार्यक्रम में सूफी कव्वाल चांद अफजल कादरी को बुलाये जाने के विरोध में मेला स्थल पर धमक कर अपना विरोध दर्ज करेंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी मेला आयोजक समिति की होगी। क्योंकि संगठन द्वारा लगातार अपना विरोध दर्ज किया जा रहा है जिसकी अनदेखी पर कार्यकर्ता आन्दोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
संगठन के केंद्रीय मिडिया प्रमुख एवं प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड अनिल थपलियाल ने कहा की सत्ता के नशे में चूर नेताओं को बता दें की उत्तराखंड में धार्मिक घुसपैठ अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी। क्षेत्रीय जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व के कारण जिन नेताओं को चुना है। वह अब तानाशाही पर उतर आये हैं और जानबूझकर हिन्दू धार्मिक अनुष्ठानों में धार्मिक घुसपैठ करवाकर संप्रदायिक माहौल खराब करने का प्रयास स्वयं ही कर रहे हैं।
जिला उपाध्यक्ष गणेश जोशी तथा अन्नू राजपूत ने कहा की धार्मिक घुसपैठ का एक मामला उत्तरकाशी जिले के अंदर भी आया है। जहां पर माघ मेला समिति में एक संप्रदाय विशेष के व्यक्ति को सदस्य बनाया गया है। जबकि जग-जाहिर है कि माघ मेला उत्तरकाशी में आयोजित होने वाला हिंदुओं का बड़ा मेला है। जिसमें संप्रदाय विशेष का हस्तक्षेप संगठन तथा क्षेत्रीय निवासियों को स्वीकार नहीं करेंगे।
उग्र नारेबाजी के साथ पालिकाध्यक्ष नरेंद्र नगर राजेंद्र विक्रम पंवार तथा मेला आयोजक मंडल के पुतला दहन का कार्यक्रम प्रदेश प्रभारी अनिल थपलियाल की देखरेख में हुआ। जिसमें की उपरोक्त पदाधिकारीयों सहित उपस्थित कार्यकर्तागण इस प्रकार से रहे। शकुन्तला रावत, प्रमिला रावत, अभी कश्यप, शुभम ,रविंद्र कुमार, राजेंद्र रावत, मनीष, अमन, विकास राणा, अंकुर सहित दुर्जनों कार्यकर्ता है।