ऋषिकेश, 27 दिसंबर । श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से लाए गए पूजित अक्षत कलशों का ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर विधि विधान से पूजन कर नगर क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित मंदिरों में कलश स्थापना की गई।
बुधवार की सुबह त्रिवेणी घाट पर आयोजित कलश पूजन कार्यक्रम के दौरान स्वामी ह्रयग्रिवाआचार्य और स्वामी परमानंद ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि आज अयोध्या में बनाया जा रहा , मंदिर हिंदू समाज की एकता का प्रतीक है। अगर हिंदू समाज एकत्रित ना होता तो मंदिर का निर्माण होना संभव नहीं था, इसके निर्माण को रोकने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा निहत्था साधु संतों और हिंदू समाज पर बर्बर गोलियां चलाकर उनकी हत्या की गई है। जिसके कारण सरयू का जल पूरी तरह रक्तरंजित हो गया था। लेकिन 500 वर्षों का कलंक समाप्त होने के बाद अब मंदिर का निर्माण पूर्ण होने जा रहा है ।जिसके सभी भक्तों को दर्शन करने चाहिए।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से पूजित अक्षत कलशों का क्षेत्र के ब्राह्मणों द्वारा विधिविधान से हनुमान चालीसा के साथ पूजन किया गया। इस दौरान स्थापना नगर क्षेत्र के भिन्न-भिन्न मंदिरों में की गई , नगर कार्यक्रम प्रमुख दीपक तायल के अनुसार नगर के अलग-अलग क्षेत्र में पूजित मंदिरों में स्थापित अक्षत कलशों के माध्यम से श्री राम भक्त घर-घर पूजित अक्षत का वितरण 1 जनवरी से 15 जनवरी तक करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्य सभी दल संगठन से ऊपर उठकर समस्त हिंदू समाज द्वारा किया जाएगा,और 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाएगा। इस अवसर पर कलशों की स्थापना करने से पूर्व सभी क्षेत्रों से आई राम भक्तों की टोलियां ने बैंड बाजा के साथ नगर भ्रमण भी किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह अनिल मित्तल,जिला प्रचारक नीतिन कुमार, कार्यक्रम प्रमुख दीपक तायल, शहर जिला कार्यवाह राकेश शर्मा, नगर संघचालक भारत भूषण कुंदनानी, स्वामी ह्रयग्रिवाआचार्य, मधुबन आश्रम के प्रमुख अध्यक्ष स्वामी परमानंद, नीरज सेहरावत,
राहुल मनमीत, सुदामा सिंगल, गजेंद्र नेगी, राजेंद्र प्रसाद पांडे, राजेश गौतम, पवन शर्मा,रामकृपाल गौतम, रणवीर सिंह, अभिनव पाल, शंभू पासवान, अशोक अग्रवाल, हर गोपाल अग्रवाल, विकास गर्ग, आशुतोष, विकास सेमवाल, महिपाल त्यागी, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।