ऋषिकेश ,06 जनवरी । कबीर चौरा आश्रम के मंहत कपिल मुनि ने कहा कि सनातन धर्म को बचाए जाने के लिए पूरे देश में गुरुकुल व्यवस्था को जीवित किया जाना चाहिए, जिन्हें बचाए रखने के लिए सतों ने प्राचीन काल से ही समाज का मार्ग दर्शन किया है।
यह विचार सोमवार को लक्ष्मण झूला मार्ग पर स्थित कबीर चौरा आश्रम के संस्थापक महंत ब्रह्मलीन प्रदीप दास की पांचवें पुण्यतिथि पर आयोजित संत समारोह के दौरान मुख्य वक्ता के रूप व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में गो, गंगा, गायत्री को बचाए जाने के लिए सभी संतो को आगे आने की आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि जिस प्रकार संतों ने गौ हत्या को रोकने के लिए देश भर में आंदोलन किया था, इसी प्रकार आज गंगा और गायत्री को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाना चाहिए। महंत कपिल मुनि का कहना था कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान संतो का एक स्वर से आह्वान किया जाना चाहिए कि हमें अपनी सनातन संस्कृति को बचाने के लिए पूरे देश में गुरुकुलों को पुनर्जीवित करना चाहिए, उनका कहना था कि गुरुकुल रहेंगे तो सनातनधर्म भी बचेगा, संतों ने गुरुकुलों के माध्यम से ही सनातन धर्म को बचाए रखने के लिए समाज का मार्गदर्शन किया है।
इस अवसर पर षडदर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत गोपाल गिरी ,महंत रवि देव शास्त्री, योगीराज आशुतोष,महंत दिनेश दास शास्त्री, महंतस सुदीक्षण मुनी, महंत ज्योतिर्मयानंद, ने बह्मलीन महंत प्रदीप दास जी महाराज को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन काल में कबीर पंथ को बढाए जाने के लिए देश भर में कबीर पंथ का प्रचार प्रसार किया है, वहीं उन्होंने अन्नक्षेत्र और शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी काम किया है के कार्य की आज भी प्रशंसा की जाती है। संतो ने कहा कि आज उनके बताएं मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। इस अवसर पर महंत बलवीर सिंह,महंत जगदीश सिंह शास्त्री, महेश निर्मल दास, महंत अनंतानंद, महंत आनंद स्वरूप शास्त्री, महंत जमुनादास, महंत गणेश दास, महंत सूरजदास, महंत रवि शास्त्री, मनोज कुमार, जतिन विरमानी ,राजेंद्र दास, सहित काफी संख्या में संत उपस्थित थे।