ऋषिकेश 18अगस्त। आईएसबीटी देहरादून में एक मानसिक रूप से आंशिक विक्षिप्त 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी से बस में सामूहिक दुष्कर्म का मामला संज्ञान में आते ही उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष राजकीय बालिका निकेतन/ किशोरी गृह पहुंची। जहां उन्होंने एसएसपी देहरादून अजय सिंह व जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ पीड़िता किशोरी से मुलाकात कर उसका का हाल जाना।
आयोग अध्यक्ष ने पीड़िता से मुलाकात कर घटना की सम्पूर्ण जानकारी ली, प्रकरण की जानकारी के उपरांत महिला आयोग की अध्यक्ष के सम्मुख आज सुबह एसएसपी अजय सिंह के निर्देशन में पुलिस द्वारा चिन्हित सभी आरोपियों की पहचान पीड़िता से फोटो के माध्यम से कराई गई है।
घटना की जानकारी लेने के उपरांत उन्होंने एसएसपी देहरादून अजय सिंह को निर्देश दिए हैं कि मामले में गंभीरता से गहन जांच करते हुए सभी आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें कोई भी आरोपी कोई भी साक्षी छूटना नहीं चाहिए।
जानकारी में पीड़िता के बयान के आधार पर पता चला है कि किशोरी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद क्षेत्र की निवासी है जो कि आंशिक रूप से मानसिक विक्षिप्त है। जिसके माता पिता नही है।
विगत 13 अगस्त की रात आईएसबीटी में तैनात गार्ड की सूचना पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने बदहवास हालत में मिली किशोरी को मौके से रेस्क्यू किया। कमेटी द्वारा किशोरी की काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ जिस पर सीडब्ल्यूसी टीम ने कल शनिवार को आईएसबीटी चौकी पर मुकदमा दर्ज कराया है।
घटना में दो बस एक देहरादून से और एक ऋषिकेश से पुलिस ने अपने कब्जे में ली है। आज पीड़ित किशोरी के मजिस्ट्रियल बयान के बाद उसका मेडिकल कराया जाएगा साथ ही पीड़िता के बताए तथ्यों के आधार पर सभी साक्ष्यों को एकत्रित कर जांच की जाएगी। साथ ही पीड़िता के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके परिवार से सम्पर्क करने के प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल पीड़िता को बालिका निकेतन में रखा गया है।
आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण व संवेदनशील प्रकरण में पुलिस व सीडब्ल्यूसी मुस्तैदी से शीघ्र कार्रवाई कर रही है। कोई भी आरोपी कानून से नही बच सकता है। इस मौके पर बालिका निकेतन में एसएसपी अजय सिंह, सीओ प्रेमनगर रीना राठौर, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, बाल कल्याण समिति सदस्य – पूजा शर्मा, प्रीति थपलियल, प्रतिभा शर्मा, दिगम्बर सिंह
चौहान उपस्थित रहे।