ऋषिकेश ,27 जुलाई। लक्ष्मण झूला पुलिस ने दिल्ली से देश भर के हजारों लोगों से बैंकों से साइबर क्राइम के माध्यम से लाखों रुपए की ठगी करने वाले शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है, उसके कब्जे से पुलिस ने कई बैंको के एटीएम, मोबाईल फोन व नगदी बरामद करने के साथ, 15 संदिग्ध बैंक खाते फ्रीज, 03 फर्जी वेबसाइट व 05 फ्रॉड मोबाईल नम्बर भी ब्लॉक करवा दिए हैं। यह खुलासा पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने करते हुए बताया कि विगत 15.अप्रैल2023 को रामानन्द तिवारी, निवासी-मैनेजर स्वामी सुखदेवानन्द, ट्रस्ट परमार्थ निकेतन द्वारा थाना लक्ष्मणझूला पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके साथ किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा परमार्थ निकेतन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन कमरा बुक करने पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि जमा करा कर ऑनलाइन धोखाधड़ी व ठगी की गयी है। प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर थाना लक्ष्मणझूला पर विभिन्न धाराओं में अज्ञात के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने उक्त धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुये अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीम गठित करने के लिए आदेशित किया गया। जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चन्द्र सुयाल के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन विभव सैनी के नेतृत्व में, प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला, प्रभारी सीआईयू व प्रभारी साइबर सेल के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अभियुक्त द्वारा ऑनलाइन बुकिंग हेतु उपलब्ध कराए गए मोबाइल नम्बर व दिए गए फर्जी अकाउन्ट नम्बरों की जाँच की गई| जिसमें अभियुक्त द्वारा फर्जी अकाउन्ट नम्बरों पर कई व्यक्तियों व श्रद्धालुओं से कमरे बुक कराये जाने के नाम पर पैंसे जमा कर धोखाधड़ी की गयी। जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी कर रही थी।
पुलिस टीम ने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों पर जाकर बैंकों के एटीएम चैक किये गये तथा बैंकों से की गई ट्रांजैक्शन के आधार पर अभियुक्त की तलाश शुरू की गई। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम उक्त स्थानों के एचडीएफसी बैंक आनंद लोक साउथ दिल्ली के एटीएम पर एक संदिग्ध व्यक्ति धनराशि निकालता हुआ दिखाई दिया, व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए गए। गठित टीम ने आरोपी को जामिया मिलिया दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना का शीघ्र अनावरण करने पर पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु ₹10,000/- का नगद पारितोषिक दिए जाने की घोषणा की गयी। श्वेता चौबे ने बताया कि
जांच के दौरान अभियुक्त द्वारा अभी तक विभिन्न बैंकों के सात बैंक खातों का प्रयोग कर इसी तरह धोखाधड़ी किया जाना प्रकाश में आया है। मात्र 10 दिन में लगभग ₹35 लाख का ट्रांजेक्शन किया गया| जिस पर पौड़ी पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर उपरोक्त बैंक खातों सहित अन्य 15 बैंक खातों को संदिग्ध लेनदेन के मध्यनजर फ्रीज कराया गया है। साथ ही साइबर सेल द्वारा उपरोक्त प्रकार की 03 फर्जी वेबसाइट व 05 फ्रॉड मोबाईल नम्बरों को ब्लॉक करवाने की कार्यवाही की गई है।
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वे ऐसे ही संस्थानों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनवाते हैं, और फर्जी बैंक खाते खुलवाकर उनके एटीएम डेबिट कार्ड प्राप्त करते हैं। वेबसाइट पर खातों से लिंक गूगल पे पर धनराशि प्राप्त की जाती है। घटना में एक अन्य अभियुक्त का सम्मिलित होना बताया गया है जिसके सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। पकड़े गए आरोपी का नाम यूनुस पुत्र इलियास, निवासी-ग्राम जुरहेरी, थाना-जुरहरा, भरतपुर, राजस्थान, हाल निवासी-मस्जिद मोठ, सादिक नगर,दिल्ली बताया गया है जिससे पुलिस में 4 एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और ₹ 55,000/- नगद भी ब्राह्मण किए है।