ऋषिकेश। पूर्णानंद घाट, जानकीपुल में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में पंहुची महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल गंगा तट पर हवन कर गंगा आरती की। उच्च न्यायालय नैनीताल, उत्तराखण्ड एवं शहरी विकास विभाग उत्तराखण्ड के निर्देशों के क्रम में चलाये जा रहे, स्वच्छता अभियान के समापन तहत इस मौके पर महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने पूर्णानंद घाट पर मौजूद गंगा आरती में आए श्रद्धालु एवं स्नानार्थियों से गंगा को मैला न करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि गंगा नदी में कपड़े धोना, साबुन से नहाना या फिर नहाते समय खाना यह सब मान्यता के विपरीत है। ऐसा करने से हम गंगा मां को मैला ही नहीं करते बल्कि उनका अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाएं। इस दौरान घाट दुकानदारों और स्नानार्थियों को स्वच्छ गंगा की शपथ दिलाई गई। दुकानदारों से अपील की गई कि वह भी स्वयं गंदगी न करें और स्नानर्थियों को भी जागरूक करें। उद्देश्य है कि देश प्रदेश स्वच्छ, साफ-सूथरा सुंदर हो। देश का हर नागरिक स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें ताकि बीमारियों को बढऩे से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन सामाजिक मिशन है, यह जन आंदोलन का रूप ले। स्वच्छता के प्रति आम जनमानस जागरूक हो, इसके लिए नगर पालिका परिषद मुनी की रेती समय-समय पर जागरूकता शिविरों कार्यशालाओं का आयोजन कर जनता को जागरूक कर रही है।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी को महिला गंगा आरती शुरुआत कराने के लिए धन्यवाद दिया। महिला सशक्तीकरण, भारत में लैंगिक समानता व महिलाओं के लिए समान अवसर पर चर्चा की। साथी नगर पालिका परिषद मुनी की रेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी जी के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान जोर शोर से चलाया गया और क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त करने की अपील की इसके लिए अध्यक्ष धन्यवाद के पात्र हैं।
कोषाध्यक्ष विशाल भट्ट ने कहा स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सभी को साफ सुथरा रहने के लिए नियमित परिश्रम करना होगा। स्वच्छता रहने पर ही सभी लोग स्वस्थ रहेंगे। गंदगी के चलते ही तमाम संक्रामक बीमारियां फैलती हैं।
डॉ. ज्योति शर्मा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन सामाजिक अभियान है। अभियान में हर व्यक्ति बढ़चढ़कर भाग ले, इसके लिए आम जनमानस को जागरूक करना है।
डॉ रजनी वर्मा सूर्यवंशी लगभग 10 वर्षों से उत्तरकाशी जिले के दुर्गम क्षेत्र के चिकित्सालयों में अपनी सेवायें दी हैं। इस दौरान उनके द्वारा किये गए सराहनीय कार्याे के लिए उन्हें आयुर्वेद विभाग एवं स्वमं सेवी संस्थाओं द्वारा कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। हाल ही में पौड़ी जिले में स्थानांतरित होकर आयी हैं।
डॉ रजनी वर्मा सूर्यवंशी द्वारा चिकित्सा एवं समाजसेवा के क्षेत्र में किये गए कार्याे के लिए आज महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कुसुम कण्डवाल जी द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर डॉ रजनी वर्मा सूर्यवंशी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य एवं माँ गंगा का आशीर्वाद ही है कि पिता का घर, ससुराल, शिक्षा, मेडिकल की पढ़ाई, जॉब आदि सब गंगा के निकट ही रहा। अब भी स्थानांतरित होकर गंगा के निकट ही पहुँची हूँ। माँ गंगा की असीम कृपा मुझ पर है। डॉ रजनी वर्मा सूर्यवंशी ने कहा कि आरती ट्रस्ट एवं महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल की मैं बहुत आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे सम्मान योग्य समझा। उन्होंने पूर्णानन्द घाट आयोजित की जा रही आरती की प्रसंशा करते हुए कहा कि ये ऋषिकेश की ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की पहली गंगा आरती है जो महिलाओं द्वारा आयोजित की जाती है। निश्चित रूप से इसमें सम्मलित होना बहुत ही सौभग्य एवं गर्व की बात है।
देवभूमि मां गंगा स्वयंसेवी चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक अध्यक्ष रीना उनियाल और उनकी टीम को, वी योग स्वच्छ गंगा अभियान अध्यक्ष सत्य भामा बहुगुणा और उनकी टीम को भी अच्छे कार्यो के लिये महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कुसुम कण्डवाल जी द्वारा सम्मानित किया गया।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से डॉ. ज्योति शर्मा, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विशाल भट्ट, संजय पुंडीर,राम चौबे सामाजिक कार्यकर्ता अध्यक्ष सारथी सामाजिक संस्था, दिल्ली से आनन्द गुप्ता, डॉ. ज्योति शर्मा, देवभूमि मां गंग स्वयंसेवी चौरिटेबल ट्रस्ट, संस्थापक अध्यक्ष रीना उनियाल संस्थापक सचिव अमिता उनियाल, कोषाअध्यक्ष योगेश उनियाल, सह सचिव बबीता सकलानी ,उपाध्यक्ष ज्योति उनियाल, सह संयोजक संगीता उनियाल, मधु रतूडी, वी योग स्वच्छ गंगा अभियान अध्यक्ष सत्य भामा बहुगुणा, सचिव मदालसा रतूड़ी महामंत्री सरस्वती रावत,धनेश्वरी पायल, प्रमिला, ऐला रावत, कमलेश्वरी नेगी, कौरी महर, लक्ष्मी बुटोला, मधुलता रतूड़ी,, प्रमिला, वंदना, रीता, मंजू, आशा और गायत्री आदि महिलाओं ने गंगा आरती की।