ऋषिकेश, 27 मई ।जीवन शैली में छोटे छोटे व्यवहारिक परिवर्तनों का पालन करके नकारात्मक जलवायु परिवर्तन में कमी लाई जा सकती है।जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता में विद्यार्थियों और युवाओं का योगदान न केवल महत्वपूर्ण होगा बल्कि भारत में मिशन लाइफ का वैश्विक अभियान विश्व को पर्यावरण संरक्षण के लिए भी सफल रूप से प्रेरित करेगा।इसके लिए हमें अपनी दिन चर्या में कुछ मामूली व्यहारिक परिवर्तन लाने होंगें। यह बात ऋषिकेश देहरादून रोड़ स्थित हैप्पी होम स्कूल में जी- 20 मिशन लाइफ जनजागरूकता के तहत आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरण विद समाजसेवी विनोद जुगलान ने कही।उन्होने कहा उत्तराखंड 72 प्रतिशत वनाच्छादित क्षेत्र वाला राज्य है।हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमें जी-20 की अध्यक्षता का सुअवसर मिला है।ऐसे समय में परिवार और विद्यालयों की नैतिक जिम्मेदारी है कि शिक्षा के साथ साथ बच्चों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति संस्कार पोषण भी करें।उन्होंने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्रीष्म कालीन अवकाश में पर्यावरण संरक्षण में आप जनजागरूकता का प्रसार कर सकते हैं।इसके लिए जीवन शैली को प्रकृति संरक्षण के अनुरूप बनाना होगा।जैसे कि बिना आवश्यकता के बिजली का प्रयोग न करें,आर ओ वाटर से निकलने वाले वेस्टेज वाटर को कूलर और पौधों के लिए प्रयोग करें,कूड़े का निस्तारण करने से पहले गीला सूखा कूड़ा अलग अलग करें।घर का कूड़ा कूड़ा वाहन को देंवें उसे जलाकर नष्ट न करें।बाजार जाने से पहले कपड़े का थैला लेकर जाएँ।प्लास्टिक पॉलीथिन का प्रयोग बिल्कुल न करें।आने जाने के लिए बैटरी चालित या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें।ऐसा करने से आप न केवल भारत को समृद्धि की ओर ले जाएंगे बल्कि साथ ही हम विश्व को पर्यावरण संरक्षण के लिए नेतृत्व कर मिशन लाइफ को सफल कर सकेंगे।पर्यावरण संरक्षण में सरकार की जिम्मेदारी बड़ी है लेकिन हमारी छोटी छोटी आदतें जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को रोकने में सफल साबित होसकती हैं।इसमें विद्यार्थियों और युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने उपस्थित समूह को जी 20 मिशन लाईफ को सफल बनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जी 20 के तहत उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम ऋषिकेश की ओर से किया गया था।कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्य ज्योति सरन,विद्यालय संरक्षक रेणु सरन,शिक्षिका कादम्बरी बलूनी,शिक्षक एल.एन. गैरोला,दिग्विजय सिंह, दीपक ध्यानी, नगर निगम ऋषिकेश के एमआईएस विशेज्ञ गुरमीत सिंह,शुभम माणे, सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद रहे।दूसरी ओर पीसीबी की जूनियर रिसर्च फैलो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रेणुका व्यास ने ग्रामीण क्षेत्र भट्टोवाला,गुमानी वाला में जनजागरूकता अभियान चलाया।उन्होंने ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करने की अपील की।