ऋषिकेश, 25 मई । उत्तराखंड में आयोजित जी-20 सम्मेलन के दौरान करप्शन वर्किंग ग्रुप में प्रतिभाग करते हुए केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एक अच्छी सरकार की परिभाषा उसके द्वारा अंतिम व्यक्ति तथा महिलाओं के लिए कल्याण के कार्यों से निर्धारित होती है |
यह विचार मीनाक्षी लेखी ने नरेंद्र नगर में आयोजित g20 की दूसरी बैठक में एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप को संबोधित करते हुए कहा कि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान समय की भारत सरकार द्वारा जनधन खाते, मुद्रा योजना, आयुष्मान भारत, डीबीटी जैसी योजनाओं के माध्यम से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के साथ ही महिला सशक्तिकरण के प्रयासों किए जा रहे हैं | क्योंकि देश में होने वाले भ्रष्टाचार के कारण सबसे अधिक महिलाएं ही प्रभावित होती है | उन्होंने बैठक में जोड़ देते हुए कहा कि महिलाओं स्वाबलंबी बनाए जाने के लिए आवश्यकता इस बात की है कि उन्हें निशुल्क सार्वजनिक सेवाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय सहयोग तथा बच्चों की देखभाल हेतु सुविधाएं उपलब्ध करवाया जाना चाहिए |इस दौरान
अफ्रीकी प्रतिनिधि ने कहा कि भ्रष्टाचार का महिलाओं पर यौन प्रताड़ना के रूप में भी असर पड़ता है | जिसके चलते महिलाओं को आर्थिक तथा सामाजिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बनाए जाने की आवश्यकता है |
कार्यक्रम में वूमन इनीशिएटिव की सोनिका कनौजिया ने कहा कि देशभर में नए उद्यम स्थापित करने तथा स्वरोजगार के प्रयासों में महिलाओं को विभिन्न तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है , लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रयोग तथा ऑनलाइन बाजार के उपलब्ध होने से महिलाओं की राह काफी आसान हुई है |
कार्यक्रम में टिहरी जनपद की नरेंद्र नगर की रहने वाली खुशहाल स्वयं सहायता समूह की संचालिका श्रीमती रजनी रावत ने उत्तराखंड में स्वयं सहायता समूहों की सफलता की विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त होने के साथ स्वावलंबी भी बन रही हैं|
इंडोनेशिया की प्रतिनिधि माल्या ने कहा कि समाज को भ्रष्टाचार के विरुद्ध जागरूक करने की जरूरत है | इस दिशा में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं| उन्होंने कहा कि महिलाओं की हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने हेतु किए गए विभिन्न प्रयासों तथा महिला सशक्तिकरण पर लघु फिल्में भी दिखाई गईं |