बनखंडी रामलीला कमेटी के कलाकारों में मचा घमासान, पदाधिकारी पर लगाया गबन का आरोप – डीएम से भी लगाई कमेटी की जांच कर,चुनाव कराए जाने की गुहार
UK जनादेश
October 4, 2024
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ऋषिकेश,0 4 अक्टूबर। ऋषिकेश स्थित श्री बनखंडी रामलीला कमेटी के कुछ पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कमेटी का चुनाव एवं आय व्यय का ब्यौरा न दिए जाने, स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा कर बाहर से कलाकारों को बुलाकर रामलीला का मंचन करने पर कमेटी के स्थानीय कलाकारों और अन्य सदस्यों में रोष उत्पन्न हो गया है।
शुक्रवार को ऋषिकेश आईएसबीटी स्थित प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान रामलीला के पूर्व निदेशक योगेश कालरा, अभिनव पाल, संजीव त्यागी, सुशील पाल ने संयुक्त रूप से वर्तमान रामलीला कमेटी के पदाधिकारी पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त पदाधिकारी कमेटी का पिछले 15 वर्षों से कोई हिसाब जनता के बीच नहीं दे रहे हैं उल्टा हिसाब मांगने वाले कलाकारों के साथ अभद्रता कर रहे हैं, जिससे राम को मानने वाले सनातन धर्म से जुड़े लोगों में कमेटी के लोगों के प्रति रोष व्याप्त है।
उनके द्वारा हिसाब मांगे जाने पर तथा चुनाव की मांग और स्थानीय कलाकारो की अपेक्षा पर उन्हें पुलिस में तहरीर देकर उनके खिलाफ डर का माहौल दिखाया जाता है।
जिसको लेकर बृहस्पतिवार को तहसील में प्रदर्शन कर उप जिलाधिकारी ऋषिकेश को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई थी। इसके बाद पुनः फिर से शुक्रवार को ऋषिकेश तहसील में जिलाधिकारी सविन बंसल से भी मुलाकात कर गुहार लगाई है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया की उन्होंने कहा कि जनता की आवाज की लगातार अनदेखी कर कमेटी के चुनाव तक नहीं करवाए जा रहे हैं। यहां तक कि रामलीला ग्राउंड का भी पूरी तरह से व्यवसायिकरण कर दिया गया है।
उन्होंने मांग की है कि बनखंडी रामलीला कमेटी ऋषिकेश कई दशकों पुरानी संस्था है। जो की दशकों से रामलीला का मंचन करती आई है। परंतु कुछ वर्षों से कुछ राजनीतिक लोगों द्वारा अवैध रुप से कब्जा कर मनमाने तरीके से कार्य कर रहे हैं। संस्था के अन्य लोगों द्वारा लगातार पिछले कई वर्षों से संस्था में पूर्व की भांति लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव कराने एवं संस्था के आय व्यय का ब्यौरा मांगा जा रहा है । जिसे संस्था के उक्त पदाधिकारियों द्वारा उनकी आवाज़ को दबाकर उन्हे संस्था से बाहर कर दिया जाता है।
उन्होनें जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा गया है कि वह तुरंत उक्त संस्था का राजनीतिकरण होने से बचाते हुए संस्था मे नियमपूर्वक लोकतान्त्रिक रूप से चुनाव कराकर आय व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत कराए, एव बाहरी कलाकारों की जगह स्थानीय कलाकारों को रामलीला का मंचन करने दिया जाए।
उन्होंने मांग करते हुए यह भी कहा है कि यदि उक्त लोगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो उन्हें मजबूरन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
पत्रकार वार्ता में अभिनव पाल, संदीप त्यागी, सुशील पाल, विशू पाल,योगेश कालरा, अर्जुन धीमान, विमल शर्मा, नीतीश पाल, साहिल आर्यन, किशन सिंह, साजन शर्मा, आयुष शर्मा, अंकुश मौर्य, अजय राजभर, तुसार अरोड़ा, पीयूष पाल, देव पाल, अश्वनी जयसवाल, , मनोज पाल, सिद्धार्थ चौधरी, अंकुश चौधरी, नीतीश पाल, विवेक पाल,आदि मौजूद थे।