मृतक के जीजा देवेंद्र सिंह ने बताया कि उनके 28 वर्षीय साले डबल सिंह रावत पुत्र वीर सिंह रावत निवासी चिल्पड पट्टी भरपूर देवप्रयाग टिहरी गढ़वाल को दो-तीन दिनों से बुखार के बाद डेंगू हो जाने पर उपचार के लिए ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के निकट उपचार के लिएअस्पताल में लाया गया था। जो कि होटल में काम करता था,। डबल सिंह रावत परिवार में अपने पीछे दो बेटियों को छोड़ गए हैं उसे यहां रविवार की दोपहर में भर्ती किया गया, जिसका उपचार चल ही रहा था, कि उसने सोमवार की सुबह 6:00 बजे दम तोड़ दिया, इसके बाद परिजनों ने चिकित्सक के विरुद्ध हंगामा खड़ा कर दिया। जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को शांत किया। परिजनों का आरोप है कि डबल सिंह की मौत डॉक्टर की लापरवाही के कारण हुई है। वही डॉक्टर हरिओम प्रसाद ने बताया कि डबल सिंह की प्लेटलेट्स गिरने के साथ उनके लंस में पानी भर गया और पस बन गई थी। जिसे रात को ब्लड भी चढ़ाया गया, लेकिन उसके बावजूद डबल सिहं ने सुबह 6:00 बजे दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि वह इस संबंध में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जिसके दाह संस्कार के लिए वह शव को अपने घर ले जा रहे हैं ।
डबल सिंह रावत 28 वर्ष वीर सिंह रावत चिल्पड भरपूर पट्टी देवप्रयाग में डेंगू कीशिकायत पर ऑपरेशन बताइए एम्समें ले जाने के लिए जीजा जी देवेंद्र सिंह दो छोटे बच्चे दोनोंलड़कियां