ऋषिकेश 3 सितंबर। कोतवाली ऋषिकेश व थाना रायवाला में काफी समय से नियुक्त और निरोधात्मक कार्यवाही के आंकलन पर 37 पुलिसकर्मियों सहित देहात एसओजी में नियुक्त 11 पुलिस कर्मियों को कुल 48 पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर किया है।
जिन्हे वहाँ से हटाकर जनपद के अन्य थानो में किया गया स्थानांतरित किया है।वही देहात एसओजी में नियुक्त 11 पुलिस कर्मियों को हटाकर देहरादून एसओजी में स्थानांतरित किया गया है।
मंगलवार को आईएसबीटी ट्रांजिट कैंप में एसएसपी देहरादून द्वारा उपस्थित पत्रकारों को बताया कि थाना ऋषिकेश में अपराधों की समीक्षा की गई है। व दिनांक 1/9/2024 को इंदिरा नगर में घटित घटना व घटना से संबंधित अभियोगो की अधीनस्थ अधिकारियों से पूर्ण जानकारी लेकर मामलों का रिव्यू किया गया है। थाना ऋषिकेश में वर्ष 2024 में 08 माह की अवधि में अवैध शराब की तस्करी में लिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत 113 अभियोग में 111 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। समीक्षा के दौरान नशा तस्करों के विरुद्ध ठोस निरोधात्मक कार्यवाही न करने पर देहात एसओजी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है । इसके अतिरिक्त ऋषिकेश क्षेत्र में शराब तस्करों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही न करने पर एसओजी देहात को भंग करते हुए एसओजी में नियुक्त सभी 11 पुलिस कर्मियों को एसओजी देहरादून में सम्बद्ध किया गया है।
उन्होंने बताया कि 1- दिनांक: 01-09-2024 को ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत इंदिरानगर में हुई मारपीट की घटना के संबंध में संदीप भंडारी पुत्र दयाल सिंह भंडारी निवासी 14 बीघा, मुनि की रेती, टिहरी द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में अभियुक्त सुनील गंजा के द्वारा उनके व उनके साथी योगेश डिमरी के ऊपर बेसबॉल के डंडे से जान लेवा हमला करने तथा उक्त घटना में उनके साथी योगेश डिमरी को गंभीर चोटें आने के संबंध में दिनांक: 02-09-2024 को दी गई तहरीर के आधार पर संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें नामजद अभियुक्त सुनील गंजा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। 2- घटना के संबंध में द्वितीय पक्ष विमलेश पत्नी सुनील वालिया निवासी गली नंबर 2 इंदिरा नगर ऋषिकेश द्वारा तहरीर दी गई जिसमें उन्होंने योगेश डिमरी, सुरेंद्र सिंह नेगी, अरविंद हटवाल व अन्य व्यक्तियों के द्वारा दिनांक 01/09/2024 की प्रातः उनके घर में जबरदस्ती घुसकर उनके साथ छेड़खानी करने, उनके पति सुनील व पुत्र के साथ गाली गलौज करते हुए लाठी डंडों से मारपीट करने तथा घर में रखे सामान को तोड़फोड़ करने से संबंधित तथ्य अंकित किये गए, जिसके आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किए गए। 3- उक्त प्रकरण में ही विमलेश द्वारा दी गई एक अन्य तहरीर जिसमें उनके द्वारा नरेंद्र शर्मा, अरविंद हटवाल, वीरेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र नेगी व 40- 50 अन्य व्यक्तियों के द्वारा दोपहर के समय दोबारा उनके घर पर आकर उनके किराएदार और काम करने मजदूरों के साथ मारपीट करने तथा उनके घर पर पथराव करते हुए घर को क्षतिग्रस्त करने के संबंध में दी गयी तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किए गए। 4- इसके अतिरिक्त उक्त प्रकरण कोतवाली ऋषिकेश में नियुक्त हेड कांस्टेबल अनिल कुमार द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में लिखित तहरीर दी गई कि दिनांक 01/09/2024 को कंट्रोल रूम के माध्यम से उन्हें इंदिरा नगर क्षेत्र में भीड़ द्वारा सुनील वालिया के घर पर पत्थरों, लाठी डंडों से तोड़फोड़ करने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिस पर वह अपने साथी कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार के साथ मौके पर पहुंचे, जहां पर नरेंद्र शर्मा, अरविंद हटवाल, सुरेंद्र नेगी, गौतम राणा व उनके साथ 40- 50 अन्य व्यक्तियों द्वारा सुनील वालिया के घर पथराव कर लाठी डंडों से तोड़फोड़ की जा रही थी, जिन्हें मौके पर पहुँचे पुलिसकर्मियों द्वारा समझाने का प्रयास किया गया तो भीड़ में मौजूद नरेंद्र शर्मा, अरविंद हटवाल, सुरेंद्र नेगी, गौतम राणा व अन्य व्यक्तियों द्वारा उनके साथ धक्का मुक्की करते हुए मार पीट की गई, जिसमें उन्हें चोटें आई। अनिल कुमार द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किए गए।
संदीप भण्डारी द्वारा योगेश डिमरी के ऊपर किये गये हमले के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोग में नामजद अभियुक्त सुनील गंजा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, अभियुक्त सुनील गंजा कोतवाली ऋषिकेश का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके विरूद्ध वर्ष 2012 के बाद कोतवाली ऋषिकेश में कोई अभियोग पंजीकृत नहीं है तथा पूर्व में पंजीकृत अभियोगों में भी अभियुक्त को मां0 न्यायालय द्वारा दोषमुक्त किया गया था। किन परिस्थितियों में अभियुक्त को दोषमुक्त किया गया था इसका परीक्षण कराया जाएगा।
इसके अतिरिक्त उक्त प्रकरण में कोतवाली ऋषिकेश में दर्ज अन्य अभियोगों में नामजद व्यक्तियों सुरेन्द्र सिंह नेगी के विरूद्ध कोतवाली ऋषिकेश में 07 तथा अरविन्द हटवाल के विरूद्ध भी 06 अभियोगों का दर्ज होना पाया गया।
उक्त पूरे प्रकरण में ऋषिकेश कोतवाली में दर्ज सभी अभियोगों का एसएसपी देहरादून द्वारा स्वयं रिव्यू लेकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हेतु एसपी देहात की क्लोज मानीटरिंग में टीम का गठन किया गया है।
प्रकरण के सम्बन्ध में दर्ज सभी अभियोगों में एसएसपी देहरादून द्वारा मात्र दर्ज अभियोगों में नामजदगी के आधार पर किसी निर्दोष के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही न करने तथा पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच करते हुए उपलब्ध ठोस साक्ष्यों के आधार पर ही दर्ज सभी अभियोग में विधि सम्मत कार्यवाही करने के अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त प्रकरण के संबंध में सोशल मीडिया पर अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा लगातार की जा रही तथ्यहीन पोस्टों का संज्ञान लेते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा सभी को संयम बरतने तथा सोशल मीडिया पर शांति व्यवस्था को बाधित करने वाली ऐसी किसी पोस्ट को न करने के अपील की गई है, साथ ही मादक पदार्थों/अवैध शराब की तस्करी से सम्बन्धित किसी भी सूचना को तत्काल पुलिस या आबकारी विभाग को उपलब्ध कराते हुए अभियुक्तों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने में अपना सहयोग प्रदान करने हेतु अवगत कराया गया।
ऋषिकेश क्षेत्र में लगातार अवैध शराब की बिक्री से सम्बन्धित सूचनाएं प्राप्त होने पर एसएसपी देहरादून द्वारा कोतवाली ऋषिकेश तथा एसओजी देहात में नियुक्त सभी कर्मचारियों/ अधिकारियों के कार्यो का रिव्यू किया गया तथा स्वच्छ एंव पारदर्शी पुलिस कार्यप्रणाली हेतु कोतवाली ऋषिकेश व थाना रायवाला में नियुक्त 37 पुलिस कर्मियों, जिनके द्वारा निरोधात्मक कार्यवाही में अपेक्षानुरूप कमतर प्रदर्शन किया गया था, उन्हें एसएसपी देहरादून द्वारा जनपद के अन्यत्र थानों में स्थानान्तरित करते हुए अन्य थानों से कोतवाली ऋषिकेश में नए पुलिसकर्मियों को तैनात गया है।