हिमाचल सरकार पर राज्यसभा चुनाव के बाद छाये संकट के बादल, हटने का नाम नहीं ले रहे -क्रॉसबोटिंग में अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस के विधायक सहित 11 विधायक पंचकूला से उत्तराखंड पहुंचे -भाजपा हिमाचल में कर सकती है फ्लोर टेस्ट की मांग, मामला सुप्रीम कोर्ट में
ऋषिकेश 0 9मार्च । हिमाचल में पिछले दिनों राज्यसभा चुनाव के दौरान 6 कांग्रेस सहित तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी मनु सिंघवी के विरुद्ध क्रॉस वोटिंग किए जाने के बाद विधानसभा स्पीकर द्वारा उनकी सदस्यता रद्द किए जाने के चलते सुक्खू सरकार पर छाये खतरे के बादल उनकी सरकार का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं।
जिसके चलते शनिवार को 11 विधायकों को लेकर एक बस उत्तराखंड के ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर स्थित ताज होटल पहुंची, जहां उनकी सुरक्षा को लेकर उत्तराखंड सरकार द्वारा कड़ी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है ।जिसे लेकर उत्तराखंड से हिमाचल तक चर्चाओं का बाजार गर्म है।
उल्लेखनीय की इससे पूर्व सभी बागी विधायकों को हिमाचल से चंडीगढ़ शिफ्ट किया गया था, जहां से अब उत्तराखंड की भाजपा सरकार के क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया गया है, जिन्हें चंडीगढ़ से एक चार्टर्ड प्लेन के माध्यम से जौली ग्रांट हवाई अड्डे लाया गया था ,जहां से आज उन्हें बस द्वारा ताज होटल पहुंचाया गया है। जिनमें सुधीर शर्मा ,राजेंद्र राणा, इंद्रदत्त, लखनपाल, देवेंद्र कुमार भुट्टू ,रविंद्र ठाकुर और चैतन्य शर्मा भी शामिल है ,उनके साथ तीन निर्दलीय विधायक होशियार सिंह, के एल ठाकुर, आशीष शर्मा और भाजपा के दो विधायक विक्रम ठाकुर के अलावा त्रिलोक जम्वाल भी बताए गए हैं।
यहां यह भी बताते चलें कि हिमाचल सरकार के स्पीकर द्वारा छह विधायकों को क्रॉस वोटिंग के आरोप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद इन विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर न्याय के लिए दस्तक दी है । जिन्हें बहुत कुछ राहत की उम्मीद है ,बताया जा रहा है कि बीजेपी हिमाचल प्रदेश में फ्लोर टेस्ट की मांग भी कर सकती है।
जिसके चलते इन विधायकों की सुरक्षा बढ़ाई गई है राज्यसभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन विजय घोषित हुए थे। जबकि यह विधायक बजट मतदान में भी शामिल नहीं हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ने व्हीप के उल्लंघन के मामले में इन्हें अयोग्य घोषित किया है, जो कि इस घटना के बाद 21 फरवरी से चंडीगढ़ के पंचपुरा में ठहरे हुए थे। जिन्हें अब ऋषिकेश के निकट ताज होटल में ठहराया गया है, जहां उनकी सुरक्षा को चाक चौबंद रखा गया है। जिन्हें किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है।