ऋषिकेश, 28 सितम्बर ।जातीराम अग्रवाल सरस्वती शिशु विद्या मंदिर आदर्श नगर में गढ़वाल क्षेत्र के सेवा संस्कार केंद्र प्रमुखों आचार्यों की दो दिवसीय बैठक में छात्र-छात्राओं को शिक्षा के माध्यम से संस्कार वान बनाए जाने को लेकर मंथन किया गया । गुरुवार को गढ़वाल क्षेत्र के सेवा प्रमुख हरपाल सिंह के मार्गदर्शन में संचालित बैठक के दौरान उन्होंने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि सेवा कार्य कोई सामान्य कार्य नहीं है, यह एक ईश्वरीय कार्य है ,सेवा के लिए आत्म संतुष्टि का भाव रखना अनिवार्य है। इसीलिए सभी को सेवा का कार्य करना चाहिए। उद्घाटन सत्र में पवन प्रांत सेवा प्रमुख उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना है, जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके जो हिंदुत्वनिष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत हो। इस देश के गरीब शिशुओं को उत्कृष्ट शिखर तक पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है। पुरुषोत्तम बिजल्वाण प्रांत सेवा भारती प्रमुख ने कहा कि आज के युग में सभी क्षेत्रों में भैया बहनों के लिए संस्कार केंद्र द्वारा संस्कार युक्त शिक्षा देना अनिवार्य है। इस कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि भुवन संगठन मंत्री विद्या भारती रहे । उन्होंने कहा कि सेवा कार्यों, संस्कार केन्द्रो ,सेवा संस्कारों की जानकारी इन से जुड़ने की इच्छा और मूलभूत सुविधाओं से वंचित समाज को सुविधा समर्पित करने का विचार हम जान पाए और प्रेरणा प्राप्त कर पाए तो संपूर्ण समाज उन्नति के शिखर पर अग्रसर होगा।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य गुरु प्रसाद उनियाल , डॉ विजयपाल प्रदेश निरीक्षक विद्या भारती , विनोद रावत से सह प्रदेश निरीक्षक शिशु शिक्षा समिति उत्तरांचल, डॉ दीपक तायल व्यवस्थापक , हरगोपाल अग्रवाल अध्यक्ष, आंचल सहित अनेक विद्यालयों से आए हुए आचार्य , आचार्य बहनें उपस्थित रहे।