टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने मनाया अपना 36वां स्थापना दिवस -टीएचडीसी ने 36 वर्षों में गौरवशाली विकास यात्रा के दौरान अनेक उतार-चढ़ाव देखे-के.जी विश्नोई -स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम
ऋषिकेश, 12 जुलाई ।टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड अपना 36 वां स्थापना दिवस निगम द्वारा अभी तक किए गए उल्लेखनीय कार्यों की प्रगति के प्रस्तुतीकरण के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच उत्साह एवं जोश के साथ धूमधाम से मनाया।
जिसका शुभारंभ बुधवार को आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड का ध्वज फहराया और टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, ऋषिकेश के परिसर में स्थित रसमंजरी हॉल में बड़ी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों और उनके परिजनों के बीच किया, जिसके बाद आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, शैलेन्द्र सिंह, निदेशक कार्मिक, भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एम.एल.गुप्ता एवं पी.गोवर्धनन, निदेशक एनएचपीसी द्वारा पावन दीप प्रज्ज्वलित किया गया। इस दौरान उपस्थिति को संबोधित करते हुए विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने निगम की विगत 35 वर्षों की उल्लेखनीय विकास यात्रा के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि इस गौरवशाली विकास यात्रा के दौरान निगम ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं, तथा अनेक संघर्षों एवं कठिन चुनौतियों का सामना किया है। जिसके परिणामस्वरूप संगठन आगे बढ़ने में सक्षम हुआ और इसी वजह से ही आज हम विजय एवं उपलब्धियों का यह जश्न मना रहे हैं । यह जश्न निगम के गौरवशाली इतिहास को महिमा मंडित करता है।
उन्होंने विद्युत क्षेत्र में निगम के द्वारा निभाई गई, महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में साझा करते हुए विगत वर्षों में हुए महत्वपूर्ण रुपांतरणों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने निगम द्वारा अपनाएं गए नवाचारी प्रयोगों एवं इसके कर्मचारियों के अथक प्रयासों से ही टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड विद्युत क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी की भूमिका में है। जिसका श्रेय निगम से जुड़े उन सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जाता है जिनके समर्पण एवं कड़ी मेहनत से निगम ने विभिन्न उपलब्धियां अर्जित की हैं।
विश्नोई ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एम.एल.गुप्ता को निगम की वर्तमान सफलता में उनके द्वारा दिए गए अतुल्य योगदान, दूरदर्शी नेतृत्व और अटूट प्रतिबद्धता के लिए नमन अवार्ड से पुरस्कृत किया।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, निदेशक (कार्मिक) एवं निदेशक (तकनीकी) ने विभिन्न उपलब्धियां अर्जित करने वाले विजेताओं, मेधावी छात्र पुरस्कारों और कर्मचारियों के लिए निगम द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया गया।
कारपोरेट कार्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम निगम के सभी यूनिटों एवं कार्यालयों में कर्मचारियों एवं उनके परिवार वालों के लिए लाइव स्ट्रीम किया गया था। ईश्वरदत्त तिग्गा, अपर महाप्रबंधक (मा.सं. एवं प्रशा.) ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर निगम के सभी कर्मचारी एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश में प्रमुख विद्युत उत्पादक है, इसमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट और द्वारका में 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट के ढुकुवां लघु जल विद्युत परियोजना, केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना की सफलतापूर्वक कमीशनिंग को इसका श्रेय जाता है।