ऋषिकेश, 27अगस्त ।टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हवलदार हजारी सिंह 54 वर्ष केअसम में शहीद होने के बाद उनका अंतिम संस्कार ऋषिकेश स्थित पूर्णानंद घाट पर सैनिक सम्मान के साथ किया गया। जहां उनके पुत्र कुलदीप ,संदीप और अमित ने मुखाग्नि दी। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद के निधन पर शोक व्यक्त किया है और परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की , उन्होंने अपने संदेश में कहा है,असम में माँ भारती की रक्षा करते हुए टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हजारी सिंह के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि !इस घटना के बाद शहीद जवान का पार्थिव शरीर ऋषिकेश पूर्णानंद घाट पहुंचा, जहां सैन्य सम्मान के साथ पूर्णानंद घाट में शहीद जवान को अंतिम विदाई दी गई।बता दें कि उत्तराखंड के शहीद जवान हजारी चौहान निवासी टिहरी के अंतिम संस्कार में राज्य के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एवं देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, जिला पंचायत सदस्य संजीवचौहान , जयेंद्र रमोला ने श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद के बेटे कुलदीप ने बताया कि वह तीन भाई है। जिनमें बड़ा भई संदीप एयरफोर्स में है दूसरा कुलदीप एम ए की पढ़ाई कर रहा है जबकि तीसरे नंबर का बेटा अमित प्राइवेट जॉब कर रहा है। पत्नी घरेलू है जिनकी 25 अगस्त को मोबाइल से बात चीत हुई थी, जिन्होंने शीघ्र स्वस्थ होकर घरआने को कहा था, जिनके परिवार देवप्रयाग स्थित श्यामपुर रामपुर का रहने वाला है। जो कि आप ऋषिकेश स्थित गुलजार फॉर्म में निवास कर रहे है। जो की पीलिए से पीड़ित थे। जिनका उपचार मणिपुर के अस्पताल में चल रहा था। जिनके निधन की सूचना 26 अगस्त की सुबह मिली। शहीद हुए हजारी सिंह के चार भाई चार बहने हैं।
शहीद हजारी चौहान की अंतिम यात्रा में शहीद के भाई डबल सिंह, जितेंद्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, शहीद के पुत्र सन्दीप सिंह, कुलदीप सिंह, अंकित सिंह, रोहन सिंह, अजीत सिंह, उपजिलाधिकारी देवेंद्र नेगी, अधिशासी अधिकारी तनवीर मारवाह, थाना प्रभारी रितेश शाह, सरोप सिंह पुंडीर, शांति थपलियाल सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग, शहीद के परिजन उपस्थित रहे।