ऋषिकेश 29 अप्रैल । पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री व प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के साहित्य पर परमार्थ निकेतन में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 1 मई से परमार्थ निकेतन में आयोजित की जाएगी।
यह जानकारी राजेश नैथानी ने देते हुए बताया कि इस संगोष्ठी में देश और विदेशों के 500 से अधिक विद्वान साहित्यकार, शिक्षाविद एवं हिंदी प्रेमी जन प्रतिभाग करेंगे। साहित्य के इस महाकुंभ में डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के साहित्य पर मनन एवं मंथन भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हिमालय विरासत न्यास द्वारा विगत 16 फरवरी 2021 से रविवारीय पुस्तक वार्ता डॉ निशंक का रचना संसार नाम से निर्बाध रूप से ऑनलाइन वेबीनार प्रत्येक रविवार की सायं 4:00 से 5:00 बजे आयोजित किया जाता रहा है।
नैथानी ने कहा कि एक साहित्यकार के साहित्य पर सबसे लंबी चर्चा के लिए 50 श्रृंखलाएं पूर्ण होने पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की 75 श्रृंखलाएं पूर्ण होने पर हावर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है। जिसके चलते अब आगामी 30 अप्रैल को अपनी 108 पूर्ण करने जा रहा है। जोकि हावर्ड यूनिवर्सिटी का वर्ल्ड रिकॉर्ड हो चुका है। आगामी 30 अप्रैल को 108 इस उपलक्ष में 1 और 2 मई को दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन योग एवं आध्यात्मिक नगरी परमार्थ निकेतन में आयोजित की जा रही है।
जिसमें विश्व के लगभग 47 देशों से 500 से अधिक साहित्यकार शिक्षाविद और हिंदी प्रेमी जन प्रति भाग कर रहे हैं ।जिसका उद्घाटन उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा किया जाएगा।
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रजनीश शुक्ला कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। नीदरलैंड से अश्विनी के. गांवकर लंदन से साहित्य कार डॉ रश्मि खुराना,वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर निर्मला मौर्य, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहेंगे।
इस दौरान जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि एवं स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज का मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा ।प्रेस वार्ता में हिमालय विरासत की अध्यक्ष आशना नेगी, डॉक्टर सुप्रिया रतूड़ी ,बालकृष्ण चमोली, जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ,पंकज शर्मा, नेहा नेगी राजेंद्र पांडे शभी उपस्थित थे।